Thursday, May 22, 2025

होने थे जितने खेल

होने थे जितने खेल मुकद्दर के हो गए
हम टूटी नाव लेके समंदर के हो गए

खुशबू हमारे हाथ को छू के गुजर गई
हम फूल सबको बांट के पत्थर के हो गए

Wednesday, May 7, 2025

जिदंगी, प्यार और फिर जिंदगी...

जिंदगी की परिभाषा कभी स्थिर नहीं होती। यह हर क्षण बदलती है, जैसे बदलता है आसमान का रंग सुबह से शाम तक। कभी यह बेफिक्र हवा के झोंके की तरह लगती है, जो बिना किसी दिशा के बहती है, और कभी समंदर की गहराई की तरह रहस्यमयी हो जाती है। लेकिन इस जिंदगी में सबसे खास है उसका प्यार से रिश्ता।

प्यार वह एहसास है, जो जिंदगी को अर्थ देता है। यह वह धागा है, जो दो अनजान आत्माओं को एक सूत्र में बांधता है। लेकिन प्यार सिर्फ जुड़ने का नाम नहीं, यह टूटने का भी सबक देता है। एक ऐसा सबक, जो हमें सिखाता है कि कुछ चीजें हमेशा के लिए नहीं होतीं। लोग आते हैं, हमारे दिल में जगह बनाते हैं, फिर किसी मोड़ पर हमें छोड़ जाते हैं। लेकिन क्या यह अंत है?

नहीं, यह अंत नहीं, बल्कि एक नई शुरुआत है। जब कोई हमें छोड़ जाता है, तब हम समझते हैं कि हम खुद को कितना खो चुके थे। उनके जाने के बाद हम अपनी खोई हुई पहचान को फिर से खोजते हैं। यह दर्द, यह अकेलापन हमें मजबूत बनाता है। हमें यह सिखाता है कि खुद से प्यार करना सबसे जरूरी है।

और फिर, जब हम अपनी जिंदगी को दोबारा देखते हैं, हमें समझ आता है कि यह छोड़ जाना और फिर से जीना, दोनों एक ही प्रक्रिया के हिस्से हैं। जिंदगी हमें टूटने देती है ताकि हम खुद को फिर से जोड़ सकें, और यह सिलसिला चलता रहता है।

जिंदगी को उसकी सारी नादानियों, सारी गलतियों और सारी खुशियों के साथ अपनाना ही सच्चा जीना है। यह समझना कि जो गया, वह जरूरी था ताकि हम वह बन सकें, जो हम आज हैं। और जो आने वाला है, वह एक और मौका है खुद को फिर से जीने का, फिर से प्यार करने का।


Tuesday, May 6, 2025

कौन थे तुम ? कौन हू में ??

कई बार कई प्रश्नों के जवाब पूरी जिंदगी हम ढूंढते रहते है । कौन आया ? कौन गया ? क्यू आया ? क्यों गया ? ऐसे कई सवाल हमारे मनमस्तिक पर मानसिक चोट पहुंचाई रखते है । हम मरते दम तक कई बार सोचते रहते है कि हमारे साथ ऐसा क्यों हुआ !??

यूं तो हमारी जिंदगी में कई लोग आते है उनमें से 2-4 लोग केवल पूरी जिदंगी हमारे साथ रहते है और बाकी के लोग खो जाते है किसी कहानी में किसी किरदार में...

सब अपने अपने कहानी और किरदार को निभा रहे है, किसी को हीरो का रोल मिला है तो किसी को विलन का रोल, कोई इश्क कर के खुश है तो किसी का दिल टूटा हुआ है बार बार.. किसी को मिल गई है मंजिल अपनी कोई आज भी गुम है गुमसुदा इन गलियों में..

कोई गुमसुम है किसी की यादों में, किसी ने दिल से निकालकर कर दिया आवारा किसीको..

बस सबकी अपनी कहानी है सबके अपने किरदार.. 

किरदार और कहानियां


Monday, October 25, 2021

ख़्वाब उसका, खयाल उसका, याद उसकी, बात उसकी,
उसके होने से पता चला की कितनी थी सौगात उसकी..
- दिपेश खेरडिया